बोले: जिनके घर शीशे के होते हैं, उनको दूसरों पर पत्थर नहीं उछलना चाहिए
जोधपुर, पार्टी पॉलिटिक्स डेस्क: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बिहार चुनाव को लेकर कहा कि संविधान प्रदत्त व्यवस्था के अनुरूप निष्पक्ष एवं निर्विवाद रूप से चुनाव करवाना चुनाव आयोग का अधिकार और दायित्व है। आयोग यदि चुनाव की निष्पक्षता के सापेक्ष रिव्यू करता है तो वह उसके अधिकार क्षेत्र का विषय है। उसमें किसी को भी संशय करने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश की गई है। आखिर में सुप्रीम कोर्ट ने इसी लाइन पर फैसला दिया। मेरा प्रश्न है कि जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यदि चुनाव आयोग वोटर लिस्ट की समीक्षा करता है, तब कुछ लोगों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है? शेखावत ने जोधपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही।
छात्रसंघ चुनाव को लेकर किया कांग्रेस पर पलटवार
केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने छात्रसंघ चुनाव को लेकर कांग्रेस पर पलवार किया। पूछा कि वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव से पहले अपनी तय हार को टालने के लिए, कहीं गलत नैरेटिव न बन जाए, छात्रसंघ चुनाव को रोकने का पाप किसने किया था? वह पाप करने वाले लोग अब यहां पर साधु बन रहे हैं। शेखावत ने कहा कि जिनके घर शीशे के होते हैं, उनको दूसरों पर पत्थर नहीं उछलना चाहिए।
कांग्रेस को 13 साल तक याद नहीं आए नियम-कानून
छात्रसंघ चुनाव कराने को लेकर कांग्रेस की मांग से जुड़े प्रश्न पर शेखावत ने कहा कि मैंने फलोदी में एक दिन पहले भी यह बात कही थी कि कुछ लोगों को कानून, संविधान आदि सब सत्ता से बाहर होने पर याद आते हैं। वे अपनी अनुकूलता के आधार पर नियमों को तय और उनकी व्याख्या करते हैं। शेखावत ने अशोक गहलोत के एक 'एक्स' पोस्ट की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने लिखा था कि पंचायती राज व नगर निकाय चुनाव हर पांच साल में होने चाहिए, संविधान में यह व्यवस्था है। ऐसा न करके भाजपा सरकार संविधान की व्यवस्थाओं के अनुरूप काम नहीं कर रही है। इसके समर्थन में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के कुछ निर्णयों का भी उल्लेख किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यही कांग्रेस थी, जिसने 13 साल तक पंचायती राज का चुनाव नहीं होने दिया। तब वे नियम-कानून याद नहीं आए?
